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Friday, July 26, 2019

सब्जी के साथ आपको क्या फ्री मिलता है? "धनिया"' No....No....No...

सब्जी के साथ आपको क्या फ्री मिलता है?

शायद आपका जवाब  होगा  "धनिया"'
थोड़ी देर के लिए मान भी लेते है, लेकिन सच्चाई कुछ है, क्यूंकि सी. इस. आई. आर - नीरी  (CSIR - NEERI) की ताज़ा रिसर्च की  माने तो दिल्ली में बिक रही कई सब्जियों में कई हानिकारक तत्व पाए गए है, जैसे की सीसा (lead), मरकरी (Hg) निकल, और कैडमियम जो की हेवी मेटल्स है और lead, mercury तो WHO की हानिकारक तत्वों  की लिस्ट में भी शामिल है। 

हलाकि टॉक्सिक्स लिंक* की स्टडी जो २०१४  गयी थी उसमे यमुना के मिटटी  में हेवी मेटल्स पाए गए थे, उसके बाद २०१५ में NGT (नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ) ने यमुना फ्लडप्लेन में सब्जियों एवं जानवरो के खाने योग्य उपज करने के लिए बैन लगाया था उसके बावजूद भी वहां अगर सब्जिया उगाई जा रही है तो हमे सावधान होना चाहिए। 

NEERI के स्टडी के अनुसार धनिया, और अन्य सब्जियों में सीसा का लेवल FSSAI के स्टैण्डर्ड से ज्यादा मिला है हलाकि जब तक स्टडी हुआ होगा तबतक कई लोगो  में यह हानिकारक तत्व पहुंच गए होंगे। 

दिल्ली वालो के लिए तथा अन्य जगहों में जहा अगर जहरीले पानी से सब्जियों की खेती होती है तो उन सभी लोगो यह बहोत गंभीर बात है 

इससे कैसे बच सकते है, इसका समाधान ढूंढ़ना आवश्यक है। 

read this -  (How to reduce chemical exposure in fruits and vegetables?) 
https://prashantrajankar.blogspot.com/2019/04/how-to-reduce-chemical-exposure-in.html

सामान्यतः  हमारा शरीर तरह के तत्वों पे रिएक्ट करता है,  बार उन्हें शरीर से बाहर कर देता है लेकिन अगर लगातार यह तत्व शरीर में आते है तो इसके विपरीत परिणाम दिखना शुरू हो जाता है। 
यह  पहले तो पेट के माध्यम से खून में जाता है, उसके बाद सॉफ्ट tissues (ब्रेन, किडनी, लंग्स, इ.) और lead जैसे तत्व bones में भी जाते सकते है।  

हेवी मेटल्स के गंभीर परिणाम 
- एनर्जी लेवल को करना 
- ब्रेन के फंक्शन को हानी पहुंचना 
- लंग्स के फंक्शन को हानी पहुंचना 
- किडनी के फंक्शन को हानी पहुंचना 
- लिवर के फंक्शन को हानी पहुंचना
- ज्यादा मात्रा में lead लेवल हो तो कोमा  सकते है 
- कैंसर जैसी घातक बीमारी भी  है। 

यह परिणाम दिखने से पहले कुछ लक्षण जैसे की ( पेट दर्द, सर दर्द, उलटी आना, बच्चो में भूख न लग्न, पढाई में ध्यान न लग्न, चिड़चिड़ापन)दिखाई पड़ते है उन्हें वह अगर ध्यान में आये तो उससे बचा जा सकता है. 

Sources 

Monday, November 7, 2016

घरो में लगने वाले रंगों में सीसा का इस्तमाल के लिए कानून लागू ।

घरो में लगने वाले रंगों में सीसा का इस्तमाल के लिए कानून लागू ।  

आजकल हम घरो की सजावट में रंगों का काफी इस्तेमाल करते है, पेंट कंपनिया भी लगातार नए नए किस्म के पेंट्स को बाजार में ला रही है।  २००९ के पहले पहले जो इनेमल पेंट (जो की पेंट की एक केटेगरी है) उसमे सीसा का बहोत ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल होता था।  यह सीसा काफी खतरनाक हो सकता है, इसे क्यों मिलाते है और इससे क्या हानि हो सकती है इसके बारे में, मैं पहले ही लिख चूका हु, जो निचे की लिंक में विस्तृत है। 

http://prashantrajankar.blogspot.in/2016/06/use-lead-safe-paint.html

टॉक्सिक्स लिंक (www.toxicslink.org) संस्था लगातार इस विषय पर अध्ययन कर रही थी, २००६ - २०१६ तक के लगातार प्रयासों से, आखिरकार संस्थान को ये सफलता प्राप्त हुई है, जो की संस्थान और देश के नागरिको एवं नयी पीढ़ी के हिट में है।  

पहले देश में रंगों (इनेमल पेंट) में सीसा मिलाने की मात्रा १००० मि ग्रा. / किलो ग्राम. इतनी थी और वो भी अनिवार्य नहीं थी, फिर वो मात्रा ९०  मि ग्रा. / किलो ग्राम. पे आयी, और टॉक्सिक्स लिंक संस्था  के  लगातार प्रयासों पर्यावरण, वन और जलवायु  मंत्रालय (http://envfor.nic.in/) ने २०१६ में यह कानून लागू दिया है, जिसमे ९०  मि ग्रा. / किलो ग्राम यह मात्रा अनिवार्य कर दि गयी है।  

निचे की लिंक में विस्तृत है।
http://envfor.nic.in/sites/default/files/gazete%20notification_%20lead%20in%20paints.pdf

अब देखना है की पेंट कंपनिया इसको कबसे उपयोग में लती है।  

आपका 
डॉ. प्रशांत राजनकर 
९६५०७४५९०० 

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