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Monday, March 23, 2020

Corona Virus (COVID 19)

हॅलो दोस्तो,
आशा करता हु की आप सभी लोग सुरक्षित तथा सतर्क है।
दोस्तो आप सभी को पता है कि जिस तरह यह कोरोना का कहर हो रहा है, तथा हर दिन इसके नए नए मामले एवं नतीजे, किस्से कहानियां सामने आ रही है। हुम् में से बहोत सारे लोग tv के माध्यम से न्यूज पेपर के माध्यम तथा social netwoking के माध्यम से इसकी जानकारी प्राप्त कर रहे है जिसमे आपको भी पता है कितनी सटीक जानकारी होती है। जो लोग इस विषय के संपर्क में है जैसे कि डॉक्टर, हेल्थ प्रोफेशनल्स, हेल्थ डिपार्टमेंट, हेल्थ मिनिस्ट्री और अन्य उन्हींको इस बात की पूर्णतः सच्चाई पता है। हम और आप लोगो इस विषय बस गाम्भीर्य तथा इससे कैसे बच सकते है इन चीजों पर ध्यान देना चाहिए, हमारी सरकार, हमारे एक्सपर्ट्स क्या कहते उसपर अमल करना चाहिए तथा कुछ बेसिक सी चीजो को अपनी आदत बन लेनी चाहिए तो इससे हम अपने आप को इस वायरस से, उसकी बीमारी से दूर रख सकते है।
हर एक माध्यम में इसकी जानकारी उपलब्ध है फिर भी कुछ रोजमर्रा की आदतों में हम निम्नलिखित बातों को शामिल करते है तो लगभग हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।
- जैसे कि दूध के पैकेट घर मे आ रहे है तो उसे धोकर ही इस्तेमाल में लाये
- न्यूज पेपर आ रहा है तो उसे धूप में रखे
- जब जब लगता है जरूरत है तो हाथ धोये
- अगर जरूरत नही है तो बाहर जाने से बचे, जाना जरूरी है तो लोगो से दूरी बनाए रखे और काम से कम संपर्क में आये
- थोड़ी देर धूप में वक़्त गुज़ारे
- घर लौटने के बाद अगर नाहा सकतो तो नहा ले या फिर कदो को धो ले और शरीर को अच्छे से साफ करें
- ऑनलाइन समान न मंगाए
- अगर मांगना जरूरी है तो पैकेट्स हो हाथ लगाने के बाद हाथ अच्छे से धोये एवेम प्रोड्क्ट को भी साफ कर के इस्तेमाल करे,
- इसके अलावा जितनी चीजे कर सकते है करे और सुरक्षित रहे।

आशा करता हु की जल्द ही हमारे साइंटिस्ट इसपर समाधान निकालेंग।
धन्यवाद

आपका दोस्त
डॉ प्रशांत राजनकर

Monday, November 21, 2016

2000+ readers on my page

Dear All,

I am happy to share that, I have 2000+ readers on my "prashantrajankar.blogspot.com" page.

Thanks for your kind support.



Regards,

Dr. Prashant Rajankar
9650745900

Saturday, June 25, 2016

सीसा रहित पेंट का इस्तमाल करे - Use Lead Safe Paint

दोस्तों नमस्कार !!

स्वास्थ ही धन की इस कड़ी मे एक और विषय के बारे में लिख रहा हु।

कुछ महीनो पहले आपने मैग्गी में लेड (सीसा /Lead ) के बारे में बहोत सुना होगा, और आशचर्य भी हुआ होगा.
उसी तरह कई और ऐसे प्रोडक्ट्स है जिसमे भी सीसा का इस्तेमाल होता है।

एक कॉमन प्रोडक्ट है, हमारे घरों में लगने वाले इनेमल पेंट. २००९ के पहले देश की कई नामी कम्पनिया इसका इस्तेमाल अपने प्रोडक्ट्स में करते थे, अब आप सोच रहे होगे की पेंट में सीसा का इस्तेमाल क्यों होता है और वो हानिकारक कैसे हो सकता है?

शीशे का इस्तेमाल 

  • पेंट को ग्लॉसी बनने के लिये
  • पेंट को बैक्टीरिया या फंगस से बचाने के लिए 
  • ज्यादा दिन तक टिकाऊ बनने के लिए 
  • अच्छा स्प्रेड होने के लिए 
कुछ वक़्त पहले अन्य विकसित देशो की तुलना में हमारे देश में पेंट में सीसा की मात्रा का काफी इस्तेमाल होता था । अब मुश्किल ये है की जब हमारा घर रेनोवेशन के लिए आता है तो उस वक़्त आजकल पेंटर पहले पुराना पेंट को निकाल के दूसरा पेंट लगाने की सलाह देते है, और वो पुराने पेंट को घिस कर निकालते है । इस वक़्त अगर पुराने पेंट  में  सीसा की मात्रा काफी होगी तो, वो घिसाई के मिल जाती है और, अगर उस वक़्त हम घर में है तो हमारे शरीर में पहुंच जाती है, ये हमारे लिए और ख़ास कर छोटे बच्चों के लिया बहुत ही हानिकारक है । 
इससे, 

  • अस्थमा 
  • बच्चों के आय क्यों लेवल पे फर्क पड़ता है (२-५ काम हो सकता है )
  • सेंट्रल नर्वस प्रणाली को प्रभावित करता है 
  • स्कूल में / पढाई में ध्यान न लगना 
  • और कई अन्य बीमारिया हो सकती है 
  • अगर आपके बच्चों में इस तरह की कुछ शिकायत है तो अपने बच्चे के खून में सीसा की जाँच कराये।
  • सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) ने 5 micrograms per deciliter इतनी मात्रा तय की है और इससे ज्यादा मात्रा पायी गयी तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए 
सुनने में थोड़ा अजीब लगता है की पेंट में मिला हुआ सीसा हमारे शारीर में इस तरह से पहुंच के हांनी पहुचाएगा लेकिन कई ऐसी रिसर्च इसका सबूत है । 

WHO ने भी इस विषय को काफी गंभीरता  से लिया है 

इसीलिए जब भी आप अपने  घरो के लिए ख़ास कर बच्चों के रूम के लिए पेंट  ले तो वह Lead Safe Paint / Lead  Free  Paint या फिर जिसमे ९० पीपीएम से कम मात्रा में सीसा का इस्तेमाल हुआ है वो वाले पेंट ले.  पेंट के डब्बो पे नो एडेड लीड  (no added lead ) देखे । 

हमारी संस्था (www.toxicslink.org )  लगातार प्रयास से देश की नामी कम्पनिया अभी सिमित मात्रा में इस्तेमाल कर रहे  है लेकिन कुछ (लगभग २०००) छोटी कम्पनियाँ भी हमारे देश में अभी ९० पीपीएम से कम मात्रा में सीसा का इस्तेमाल  कर रही है । 
Report 2013 

देश में  इस साल mandatory standard  (९० पीपीएम )  बन रहा है इससे 


और कुछ लिंक्स जो इसके बारे में और विस्तार से बताती है 
Economic Loss (I am quoted in this news)


नोट - २००० के पहले देश में पेट्रोल में भी शीसे का इस्तेमाल होता था, लेकिन पर्यावरण में फिर शीसे का बहोत गया और उससे काफी बीमारिया भी हुई थी तो उसको पेट्रोल से निकाल दिया, और अभी हमें सीसा रहीत  पेट्रोल ही मिलता है । 


आपका 
डॉ. प्रशांत राजनकर 














Monday, June 20, 2016

छोटे बच्चों के पानी के कप या बोतल (सिप्पी कप या सिपर) हो सकते है हानिकारक |

दोस्तो, 
अभी हाल ही में हमारी संस्था (www.toxicslink.org ) ने एक अधयन से ये पाया है की, छोटे बच्चों के लिए जो पानी के कप या बोतल जिसे हम सिप्पी कप या सिपर भी कहते है, वो बहोत ही हानिकारक है | क्यूंकि उसमे बीस-फिनोल-ए (BPA) नामक केमिकल पाया गया है | 
यह एक इंडस्ट्रियल केमिकल है जो प्लास्टिक के उत्पाद बनाते वक़्त उसमे डालते है |  सिप्पी कप के कुछ नमूने जो दिल्ली तथा पास के इलाके से लए गए थे और उन्हें एक अच्छी प्रयोगशाला में अध्यन किया तो पता चला की 13 में से 10 नमूनों में बीस-फिनोल-ए नामक  हानिकारक केमिकल पाया गया | एक सैंपल में तो इस केमिकल की मात्रा बहोत ज्यादा पायी गई है | 
कई ऐसे अध्ययनों से ये पता चला है की यह एक  Endocrine Disruptor भी है,  जो Endocrine प्रणाली को हानि पहुंचाता है और  कैंसर कोशिकाओं को भी उत्तेजित करता है | ये बीस-फिनोल-ए , कम उम्र की बच्चियों के जल्दी यौवन होने (early puberty in a girl child) के साथ जुड़ा हुआ है | 
अगर इस तरह का कोई भी बदलाव आप अपने बच्चे में देखते है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह ले 
कुछ उपाय !!
आप अगर अपने बच्चों को इससे बचना चाहते है तो कांच की बोतल का इस्तेमाल कर सकते है. या फिर प्रोडक्ट को अच्छे से जांच पड़ताल के बाद ही अपने बच्चे के लिया इसका इस्तेमाल करे | 
लगातार एक ही बोतल का इस्तेमाल न करे एवं इसे समय समय पे बदले | 
पूर्ण रिपोर्ट पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पे क्लिक करे 

धन्यवाद 
आपका 
डॉ.प्रशांत राजनकर

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